भादों जाते जाते
नैनन छलकत नीर कपाल भयंकर पीर तुलसी अदरक का काढ़ा नींबू शहद का मारा कागज़ कलम से दूरी हाय ! कितनी मजबूरी ———-//////———- भादों जाते जाते
View Articleबीज
सूखे बीज से हैं शब्द बिखरे, निखरे गमलों में चाहें बस भाव की खाद रूह का पानी और … और इक कलम दीवानी Anupama
View ArticleShort poems
नमी आँखों में भली न लगे हंसी लबों से चहक के कहे गमों की फ़ेहरिस्त गर लंबी हो जाए तोड़ो मरोड़ो हवा में उड़ा दो जनाब 2. उदासियों को इतना भी खबूसूरत मत बनाओ.. हंसी शरमा जाएगी 3. आसमां का नीला...
View Articleचंचल रात
चंचल रात उनींदी अँखियों से काजल पोंछते धीमे धीमे विदा हो रही है …. आसमान के आगोश में दूज का चाँद उबासियां ले रहा है …. हवाओं संग अठखेलियां करते थके मांदे हरसिंगार …. नारंगी पांवों को हौले से ज़मीं पे...
View Articleमज़दूरी
रात भर मज़दूरी कर सिखर दुपहरे सुस्त सा चाँद छज्जे से झूल रहा था अकडू सूरज को मस्ती सूझी अंटी से एक किरण उछाल दी जवानी के जोश में कूदती फांदती बिजली सी किरनिया बादल से जा टकराई दूधिया मेघा मौका पाकर ऊंघ...
View ArticleChokher Bali : Serial
चोखेर बाली : आंख की किरकिरी.. क्यों ऐसा नाम दे कोई अपनी सखी को.. पर ये कहानी शायद घूमती ही असम्भव को सम्भव करने की मानव मन की ज़िद्दी धुरी पर है… बहुत पहले पढ़ी थी, फिर अनमने भाव से ऐष्वर्या की फिल्म भी...
View Articleमकड़ी
बात कुछ पुरानी है पर उतनी भी नहीं कि भुलाई जा सके.. कहानी की नायिका एक मकड़ी… ऐसी-वैसी नहीं, गज़ब की जादू भरी… हाँ, दूसरों से अलग थी, खुद में खोयी, औरों से दूरी बनाए, जाने क्या-क्या सोचा करती.. इंसान...
View Articleहसीन सुबह
इंद्रधनुष का सतरंगा लहरिया.. अमरुद के लालगी ओढ़े बुढ़ाते पत्ते.. अर्जुन के धूसर बीज.. मखमली घास का मीलों बिछा कालीन… मस्ती में सिर उठाये हवा के हिचकोले पर मटकते कबूतर, कागे, मैना, कोयल… वातावरण में रची...
View ArticleDragon Fly
कल रात हमने Dragon Fly को सोते देखा। अब आप कहेंगे इसमें नया क्या किया। सोते तो सभी हैं। घोड़े खड़े-खड़े, इंसान पड़े-पड़े। पर नहीं, ये कुछ अलग ही अंदाज़ था। शाम गहरा चुकी थी। स्याह आसमां बिन चांद तारे सूना...
View Articleशामियाना
घर लौटते वक्त बड़ा सा शामियाना दिखा मुझे। चार पांच Micky Mouse झूल रहे थे गेट पर और विशाल Mary Go Round चमकीले बल्बों की रोशनी बिखेरता घूम रहा था अपनी धुरी पर। शायद बच्चे का जन्मदिन मनाया जा रहा था।...
View Articleअलमस्त
नहीं मानती नियमों को नहीं जानती क़ायदे लोक व्यवहार का ज्ञान नहीं नहीं मालूम फायदे पांव से कंकड़ उछाल दूं बेपर आसमां नाप दूं धूप की जरी घटा की कजरी चुनरी संग टांक लूँ मैं अलमस्त हवा पगली शरद सा श्रृंगार...
View Articleसतरंगा
इंद्रधनुष का सतरंगा लहरिया.. अमरुद के लालगी ओढ़े बुढ़ाते पत्ते.. अर्जुन के धूसर बीज.. मखमली घास का मीलों बिछा कालीन… मस्ती में सिर उठाये हवा के हिचकोले पर मटकते कबूतर, कागे, मैना, कोयल… वातावरण में रची...
View Articleहसीन ख़्वाब
चारों ओर फैला गहरा धुंआ… आँखों में किनमिन, सांसों में किरकिर.. शहर का हाल अजब.. दिन में सूरज फीका.. रात में चाँद सितारे नदारद.. फिज़ा सर्द है पर हवा लापता.. शायरी तो छोड़िये, कलाम भी मानो हड़ताल पर बैठ...
View Articleलाली
मैंने कहा सूरज गुलाबी, तुमने कहा नहीं सुनहला मैंने कहा झील पीली, तुमने कहा, न न, नीली मैंने कहा चाँद हरा, तुमने कहा, नहीं रे लाली!! मैंने आँखें तरेरी, होंठ दबा कर कहा, हवा रंगीली, इस बार तुम चुप थे…...
View Articleजिये जा
तनावग्रस्त माहौल में हल्की फुल्की बातें अक्सर मर्म छू जातीं हैं.. आज कुछ ऐसा ही हुआ.. जहां एक और दफ्तर में ज़्यादातर लोग पैसे की किल्लत को लेकर परेशान थे, सरकार के फैसले और जनता की दिक्कतों का पुलिंदा...
View Articleछटपटाहट
अजब छटपटाहट है मन में पंख फड़फड़ाते हैं उड़ते नहीं कदम लड़खड़ाते हैं संभलते नहीं दम घुटता है सिसकियां थमतीं नहीं भरसक कोशिश के बावज़ूद बेचैन हूँ 10 बाय 10 के कमरे में 2 बाय 2 के रोशनदान से छँटकर आती किरणों...
View Articleबुनाई
कविताएँ मन के हथकरघे पर हौले-हौले आकार लेतीं हैं.. ज़मीन का सौंधापन, दिल की धड़कन, अहसासों के रंग साथ लिए आतीं हैं.. निपुण बुनकर अपनी उँगलियों पर थिरकते शब्दों को ताने-बाने में उलझाता नहीं… न ही वर्तनी...
View Articleशायर
पसीना बहा सफेद पन्नों पर नज़्में नहीं लिखी जातीं न किसी की खिल्ली उड़ा गज़लों में जान आती है जज़्ब करने पड़ते हैं आंसू खून जलाया जाता है नासूर से गलती हड्डियों से टपकता मवाद खूबसूरत परतों में सहेज लफ्ज़ों...
View Articleमुलाक़ात
रातरानी की कलियों और गुलाब की पंखुरियों के बीचोंबीच, चहलकदमी करते, मेरी मुलाक़ात अक्सर खुद से हो जाती है.. वो मैं, जो दिन भर फाइलों के ढेर, कागज़ के टुकड़ों, कंप्यूटर स्क्रीन पर दौड़ते भागते शब्दों के...
View ArticleA Rendezvous with Avadh Coin
Yesterday, I was wandering aimlessly in the mighty corridors of National Museum, New Delhi. I had gone there to attend an event, but had some free time on hand, so couldn’t resist taking a dekko at the...
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