प्रेमी
तुम शिद्दत से ढूंढ़ते रहे वो इंसान जो मेरे होंठों पर मुस्कान और आंखों में चमक ले आता है तुमने मेरे आसपास के लोगों को टटोला जानना चाहा कि कौन, कब, किस तरह मेरी छोटी सी ज़िन्दगी में घुसपैठ बनाए है कहां...
View Articleकाफ्का और मैं
हवा में हल्की सी ठंडक, उनींदी अंखियां और खिड़की से छनकर आती धूपिली गोलियां अंगड़ाई लेते हुए बिस्तर से उठने की कोशिश में यकायक धरती डोलती महसूस हुई भूकम्प! सोचते ही नस नस झनझना उठी पर नहीं, आसपास नज़र...
View ArticleJamini Roy
What do you think, can be achieved by bright colors, straight lines and exaggerated curves? Well, when the brush is wielded by the brilliant Jamini Roy, I would say seven colors and few lines, would...
View ArticleDivide and Rule
मुझे कुछ समझ नहीं आता.. समर्थन या विरोध.. दोनों ही समझ से परे.. जौहर गर्व या शर्म नहीं, किसी खास वक़्त में, चन्द लोगों द्वारा, अपनी समझ व परिस्थिति अनुसार, “करो या मरो” के तहत लिया निर्णय मात्र था.....
View Articleक्या लिखें कैसे लिखें
क्या लिखें और कैसे लिखें, ऐसे दो सवाल हैं, जिनका सामना हर लेखक को करना पड़ता है.. ये सृजनात्मक लेखन के दो मूलभूत प्रश्न हैं.. आप अपनी कविता और कहानी को कैसे लिखें, किन विषयों का चुनाव करें और.. आपका...
View Articleभेड़ें
मिमियाती भेड़ें लीक पर चलती इक दूजे से टकराती भेड़ें बाड़े की सुरक्षा घास पानी को ललचाती भेड़ें सालों की दहशत यादों की गर्त में खौफज़दा गिड़गिड़ाती भेड़ें सालों पहले हवा में डंडा लहराया था मेमने का दिल...
View ArticleMausam Movie (1975)
वादा, छोटा सा शब्द, पलक झपकाते ज़ुबां से फिसल जाता है, पर न निभाने का ख़ामियाज़ा कितना संगीन हो सकता है, शायद ही कभी किसी ने सोचा हो.. शायद इसलिए, क्योंकि वादा खिलाफी का असर अक्सर सालों बाद जो दिखता...
View ArticleBinode Behari Mukherjee
While visiting National Gallery of Modern Art, I was riveted by the sunflowers created by Benode Bihari Mukherjee He was a prominent artist of Shantiniketan, who despite being blind in one eye and weak...
View Articleगुलज़ार की रावी पार
कल किंडल पर यूं ही टकरा गई थी “रावी पार” से.. गुलज़ार की किताब है, नज़्में होंगी, ये सोच, बिना पन्ने पलटे ही झट डाउनलोड कर ली.. पर जैसे ही पढ़ने बैठी, समझ में आया कि अरे, ये तो कहानियां हैं, गुलज़ार की...
View ArticleBhumika Movie Review
जब भी लाइब्रेरी में किताबें लेने जाती, शेल्फ पर सरसरी निगाह डालती और यक ब यक किसी एक पर मन अटक जाता और फिर महसूस होता कि मैंने नहीं किताब ने मुझे ढूंढ़ लिया है… आजकल कुछ यही हाल फिल्मों का हो चला है…...
View ArticleSridevi Dies at 54, and yet is alive forever
हंसती खिलखिलाती, शरारती आंखों और टेढ़ी मेढी शक्ल बनाती श्रीदेवी किसका दिल न जीत लें भला.. मासूमियत और खूबसूरती का अनोखा मिश्रण था उनमें… और नृत्यांगना तो वे उच्च कोटि की थीं ही.. उनके थिरकते पांव और...
View Articleसदाबहार
आज आंगन में चहलकदमी करते नज़र अचानक सदाबहार के पौधे पर चली गई। पांच फुट ऊंचा पेड़ बन चुका है, मेरे घर का ये नन्हा मेहमान। शायद खाद ज़्यादा मिल गई या धूप-पानी ने कुछ खास खातिरदारी कर डाली। खैर, मेरे घर के...
View Articleवेदना
असंवेदनाओं का दौर है….. मैं सालों तक खुशवंत सिंह की Train to Pakistan पढ़ना अवॉयड करती रही.. डरती थी कि कहीं सेंसेशनलिज्म के नाम पर वे हिंदुस्तान पाकिस्तान के बंटवारे को तमाशा न बना दें.. पर फिर उस...
View Articleबगूला
यादों का बगूला अक्सर मन को बहा ले जाता है… स्मृतियों की संकरी गलियों में सूरज कभी डूबता भी तो नहीं… हर मोड़ पर इक लम्हा ठहरा मिलता है, उसी जगमग, उसी कश्मकश, उसी उदासी, उसी खुशी में सराबोर… जैसे जीवन...
View Articleप्रमाद
पक्ष विपक्ष तर्क वितर्क के तराजू में भाव हल्के पड़ते जाते हैं जर्जर होते तन और क्षीण पड़ते मन के उद्गार कंठ में सिमटे रह जाते हैं मंथर बुद्धि क्षिथिल धड़कन कांपते हाथ फिसलते पांव बढ़ती आयु के ही...
View Articleहाथी दांत
कुछ समय पहले National Museum गई थी… वहां हाथी दांत (Ivory) की बनी चीज़ों का अच्छा खासा कलेक्शन दिखा.. एक पूरा कमरा, सिर्फ और सिर्फ हाथी दांत से बनी कलाकृतियों को समर्पित… ज्वैलरी बॉक्स, पादुका, छोटी...
View Articleप्रेम या देह
प्रेम प्रेम प्रेम रटने वाले देह देह देह चखने वाले रचेंगें शब्द बेचेंगें भाव और फिर आंखें मूंद, मौन धर दर्शन की पीठ चढ़ लेंगे एक और कश खीसें निपोर कहेंगे स्त्री तुम महान हो हमारा सम्मान हो यूं ही बेवकूफ...
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