प्रेम विवाह
प्रेम पर मित्र की कविता पढ़ी.. और देर तक सोचती रही कि सही ग़लत, आगे पीछे, परिस्थितियों और परिणामों को सोचकर प्रेम होता है क्या.. और अगर नहीं तो क्या इनसे प्रभावित भी नहीं होता? छोटा सा शब्द है प्रेम.....
View Articleसोवियत नारी
आप में से किसी को “सोवियत नारी” याद है? बढ़िया क्वालिटी का पेपर, रंग बिरंगी तस्वीरें और जाने कितने ही लेख और कहानियां.. 80 के दशक में घर घर पहुंची थी ये पत्रिका.. रूस और भारत की दोस्ती के दिन थे वो.....
View Articleटैगोर
प्रिय कवि/लेखक/कलाविद टैगोर का जन्मदिवस हो और पाठकों की वॉल उनकी कविताओं से न सजी हो, ऐसा सम्भव ही कहां… पर मुझे तो रबि दा की स्केचिंग उनके शब्दों से भी कहीं ज़्यादा भाती है… भाव संप्रेषण शब्दों पर...
View Articleपुरुष
अभी अभी एक खबर पढ़ी कि एक पति ने अपनी पत्नी की उंगलियां इसलिए काट डालीं क्योंकि वो आगे पढ़ना चाहती थी.. खून उबल आया, कैसे घटिया लोग हैं इस ज़माने में.. और फिर याद आया, कुछ साल पुराना एक वाकया.. किसी ने...
View Articleटूटन
बारिश, नाम ही काफी हुआ करता था.. चेहरे पर मुस्कान और कलम में जान आ जाया करती.. बूंदें धरती पर गिरें, उस से पहले ही दवात में समेट लेती.. मिट्टी की भीनी खुशबू, बादलों की गड़गड़ाहट, बिजली की चमक, झूम लेने...
View Articleअजब दौर
पीली साड़ी वाली और नीली ड्रेस वाली.. फोटोज़, विडियोज़, न्यूज़, इंटरव्यूज़.. किसी भुलावे में मत रहिएगा.. यहां पोशाकों के नाम से पुकारे जाने वाली महिलाएं, किसी फिल्म की हीरोइन या रैंप वॉक करती मॉडल्स...
View Articleदिनचर्या
बारिश की बूंदों का सीमेंट के फर्श और लोहे की बरसाती पर तड़कना.. बादलों का सूरज को आगोश में लेकर हुमकना.. मस्त पेड़ों का झोंकों संग ठुमकना.. आज की सुबह चुलबुली प्रकृति की अंगड़ाई संग शुरु हुई है.....
View Articleकल रात
कल रात आंगन में चक्कर लगा रही थी। खरबूजे सा चांद अशोक के ठीक पीछे से झांक रहा था जैसे मुझे न्योता दे रहा हो, आसमान में आने का, धीमे-धीमे बादलों की सीढ़ियों पर पांव रख गुरु को कनखियों से देख, उसकी...
View ArticleGame of Thrones Finale
Peter Dinklage, Emilia Clarke, Kit Harrington , Sophie Turner, Maisie Williams have become household names, owing to one of the longest running TV Shows. The Game of Thrones, based upon A Song Of Ice...
View Articleसूरत में हादसा
सूरत में हुआ हादसा, फिर फिर, ध्यान दिलाता है कि हम अपनी ही जान को लेकर कितने लापरवाह हैं.. चौथी मंज़िल पर जाने के लिए लकड़ी की सीढ़ियां.. सबसे ऊपर एक्स्ट्रा टायर्स का रखा जाना.. और बाहर निकलने का कोई...
View Articleचर्नोबिल, पहली नज़र में
1986, रूस का एक शहर, चर्नोबिल, न्यूक्लियर रिएक्टर में विस्फोट.. रंग बिरंगी लपटें.. ब्रिज के दूसरी ओर खड़े होकर, चमकती राख का लुत्फ़ उठाते लोग.. बिना ये जाने बूझे कि रंग रेडिएशन की वजह से है.. वो...
View Articleचाह, अध्याय 1
एक छोटी सी कहानी लिखनी शुरु की है, देखिए कहां तक जाती है एक आम आदमी के अंदर के घटियापन को बाहर लाती ये कहानी, आपको भी किसी न किसी का ध्यान तो दिलाएगी.. अगर आपको पसंद आए और कुछ कहना चाहें तो बताइएगा...
View Articleचाह, अध्याय 2
चाह, अध्याय 2 एक रात विनय यूं ही नेट पर सर्च कर रहा था, सामने कुछ लव कोट्स आए, पढ़े, अच्छे लगे.. वो और खोजने लगा.. प्रेम कविताएं दिखीं, सोशल साइट्स पर, इंस्टाग्राम, फेसबुक, सब ओर, शब्द ही शब्द। प्रेम...
View Articleचाह, अध्याय 3
अपने नाम से प्रोफ़ाइल बनाने में खतरा था। उसने किसी छद्म नाम से आईडी बनाने की सोची, पर जब दिमाग में गंद खेल दिखा रहा हो तो इंसान सोच भी कितना पाए? उसने सिर खुजलाते हुए ज़रा और ज़ोर डाला.. और अचानक से...
View Articleबस मेट्रो सफ़र मुफ़्त
दिल्ली सरकार का एक प्रस्ताव है, बस और मेट्रो में स्त्रियों के लिए मुफ़्त यात्रा का.. इसी विषय में मेरे कुछ विचार “एक लंबे समय से राखी और भाई दूज पर डीटीसी बसों में स्त्रियों के लिए मुफ्त यात्रा का...
View Articleगिरीश कर्नाड, श्रद्धांजलि
लगभग 18 साल पहले एक नाटक पढ़ा था “तुगलक”.. एम ए इंग्लिश कोर्स का हिस्सा था.. पोस्ट ग्रेजुएशन कर ही इसलिए रही थी ताकि इस विज्ञान के विद्यार्थी रहे दिमाग का साहित्य से परिचय हो पाए.. कमला दास, nissim...
View ArticleLust or Love
Women often mistake Men’s Lust as Love He praises her beauty Caresses her tresses Showers kisses Each and every action Screams physical attention And yet the woman, stupidly Misunderstands it as Love...
View Articleतलाक़
हमारे समाज में पिछले कुछ समय में तलाक़ की संख्या में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। पर क्या इस बढ़ोतरी का ठीकरा हमें पाश्चात्य संस्कृति पर थोप देना चाहिए या फिर अपने ही समाज में कहीं कुछ ऐसा है, जिस पर ध्यान...
View Articleमेरा चांद
“आज तारे नहीं आसमां में!” “हैं तो” “कहां, मुझे तो नहीं दिख रहे” “बादलों के आगोश में छिपे हैं” वो पलटकर देखती तो उसकी आंखों की चमक के सामने सितारों का जहां फीका नज़र आता.. पर लड़की की नज़र तो स्याह...
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